सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों पर होगा मंथन के लिये हरिद्वार में जुटेंगीं उद्योग जगत की हस्तियां…..

एमएसएमई क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए अमर उजाला की ओर से एमएसएमई फॉर भारत की शुरुआत की गई है।


एमएसएमई क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के लिए अमर उजाला की ओर से एमएसएमई फॉर भारत की शुरुआत की गई है। पहले चरण में 26 शहरों में क्षेत्रीय कॉन्क्लेव हो रहे हैं। इसके क्रम में ज्वालापुर, हरिद्वार के द विजडम ग्लोबल स्कूल में 16 सितंबर को एमएसएमई मंथन कॉन्क्लेव होगा। कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में सचिव उद्योग एवं मंडलायुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। उनके साथ जिलाधिकारी मयूर दीक्षित बतौर विशिष्ट अतिथि और मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे के अलावा उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कल के एमएसएमई पर होगी बात। इसमें फूड प्रॉसेसिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवाह, एसएमएयू हरिद्वार के अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र गर्ग, लॉजिक फ्लेम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से सीए आशुतोष पांडेय, आरोग्या फार्मूलेशन्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी डॉ. मोहिन्द्र आहूजा मुख्य आकर्षण होंगे। वह भविष्य के एमएसएमई को लेकर अपना विजन रखेंगे तो एमएसएमई प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब भी देंगे।

कॉन्क्लेव के तीसरे सत्र में स्थानीय चुनौतियों व अवसर विषय पर चर्चा होगी। इसमें इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, आईआईटीयन एवं लघु उद्यमी विकास गोयल, रोव गार्ड इंडस्ट्रीज के राज अरोड़ा, जेनिका फार्मा के अनिल शर्मा और फूड प्रॉसेसिंग गोल्ड क्कीन के रंजीत टिबरीवाल शामिल होंगे। इस सत्र में पैनल डिस्कशन होगा। साथ ही प्रतिभागियों को सवालों के जवाब भी मिलेंगे।

यहां होगा कार्यक्रम

  • स्थल : द विजडम ग्लोबल स्कूल,
    हरिद्वार-दिल्ली रोड, ज्वालापुर, हरिद्वार
    दिनांक : 16 सितंबर 2025
    समय : दोपहर 3 बजे
    नौ अक्तूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय कॉन्क्लेव, पुरस्कार व एक्सपो
    26 शहरों के क्षेत्रीय कॉन्क्लेव होने के बाद नी अक्तूबर को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में राष्ट्रीय कॉन्क्लेव, एक्सपो व पुरस्कार समारोह होगा। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी इसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।इन श्रेणियों में मिलेंगे पुरस्कार
  • उत्पादन उत्कृष्टता
  • नवाचार, अनुसंधान एवं डिजिटल परिवर्तन
  • गुणवत्ता एवं सतत विकास
  • सेवा एवं ग्राहक प्रभाव
  • अपव्यय पर विजय
  • निर्यात एवं वैश्विक पहुंच
  • महिला उद्यमी सम्मान (एमएसएमई)
  • उभरता स्टार्टअप (एमएसएमई)
  • पारंपरिक एवं सांस्कृतिक उद्यम
  • उद्यमिता एवं कौशल विकास
  • सामाजिक प्रभाव, ईवी/सौर/नवीकरणीय ऊर्जा व रोजगार सृजन
    (पुरस्कारों के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो एमएसएमई फॉर भारत की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से कर सकते हैं।)